February 2023 - Dr.Brieshkumar Chandrarav

Saturday, February 25, 2023

Welcome spring.
February 25, 2023 2 Comments
 HELLO FRIENDS....THE SPRING IS COME. The Nature teach to us every time and every where !! प्रकृति को जी जान से महसूस करने की ऋतु... वसंत !!आनंद विश्व सहेलगाह अनोखे विचार संजोए आपके मन-मस्तिष्क और हृदय को आनंदक्षण देने को प्रयत्नवंत हैं। मैं मेरा प्रकृतिगत कार्य कर रहा हूँ इससे मुझे आनंद मिलता हैं। मैं आनंदमन को शब्दांकित- विचारांकित करके बांटने का कर्म करता हूँ। संवेदन से भरें विश्व में किसी न किसी को विचार से आनंद महसूस हो !! वसंत छा जाने...
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Tuesday, February 21, 2023

The Language.
February 21, 2023 5 Comments
 Mother Language care us same as our Mother. मातृभाषा कैसे हमें पोषित करती हैं ?मनुष्य का सबसे बेहतरीन करतब भाषा हैं। अन्य प्राणीओं की तुलना में हमारे पास विचार प्रकट करने का जरिया "भाषा" हैं। ईस खोज के कारण ईश्वर की प्राकृतिक सृष्टि में हमारा उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा हैं। हमारी कल्पना को हमारे Emotions को मूर्तिमंत करने व प्रकट करने का कौशल हमें मातृभाषा ने दिया हैं। एक बच्चा इस धरती पर जन्म लेता है तब से वो भाषा के संपर्क में आता हैं। शारीरिक...
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Saturday, February 18, 2023

The Lord SHIVA.
February 18, 2023 2 Comments
 ADI-ANANT SHIVA is The Eternal and Internal STRENGTH.ऊँ पूर्णमद: पूर्णमिदं पूर्णात पूर्णमुदच्यते । पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ।।ये पूर्ण है। ये विश्व पूर्ण हैं। पूर्ण में सें ही पूर्ण आकारित हैं। पूर्ण में से पूर्ण निकालने पर भी पूर्ण ही शेष रहेगा। शिव ही पूर्णत्व धारण किए हुए हैं। विश्व की श्रेष्ठतम आकारितता शिवसंकल्प से ही संभव हैं।शिव आदि हैं, शिव अनंत हैं, शिव शाश्वत और ब्रह्माण्डीय शक्ति हैं। शिव ध्यान हैं। शिव संकल्प हैं।...
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Sunday, February 12, 2023

Voice of soul.
February 12, 20231 Comments
 Beliveness in GOD. The mountain of Spirituality.ईश्वरीय मान्यता के बारें में अनेकानेक मत मतांतर स्थापित हो चुके हैं। इसके बारें में कहना ठीक नहीं हैं। जिसकी जैसी मान्यता वैसे उनका जीवनधर्म। विश्व विचार अंतरंगता से भरपूर हैं। इसकी चर्चा में पडे बिना मैं सर्व सामान्य  भीतरी मान्यता की बात करता हूं। धरातल पर मूर्त रूप से ईश्वर प्रकृतिगत तत्त्वों से मौजूद है। सारे विश्व की जीवसृष्टी का सख्या-साक्ष अनुबंध प्रकृति से ही हैं। इसलिए इतनी...
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Friday, February 10, 2023

The live life.
February 10, 2023 2 Comments
 THE LIFE LIVE with Emotions. आनंद ही जीवन का आधार हैं। लेकिन संवेदना के बिना आनंद प्रकट हो ही नहीं सकता।जिंदगी प्रस्तुत होने के बावजूद अप्रस्तुत भी हैं। जीवंत Live होने पर भी जिंदगी में होने वाली घटनाओं से हमसब बेखबर ही हैं। इसलिए जीवंतता को कैसे समझा जाए ?! सभी के लिए सुबह होती हैं। रात होती हैं। निश्चेतन अवस्था में भी जिंदगी चलती ही जा रही हैं। दिन-महिने-साल गुजरते हैं उनके साथ हमारी जिंदग़ी भी..!! जीवन के बहाव में आनंद विशेषतः कारणभूत...
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Tuesday, February 7, 2023

Drworldpeace
February 07, 20230 Comments
 आनंदविश्व सहेलगाह महान ईश्वर की अद्भुत प्राकृतिक प्रेम और एकत्व की परिकल्पना पर आधारित वैचारिक शृंखला हैं। मैं बचपन से जो कुछ महसूस कर रहा था...साथ ही अभ्यास, कुछ नयेपन से अत्यंत जिज्ञासावश सोचते रहना, कुदरत की प्राकृतिक सौंदर्य की ममता...शायद इन सबके कारण में सिखता गया। आज कुछ सोचने की कुछ लिखने की क्षमता इन्हीं तत्त्वों से मिली हैं। ये मेरी दृढ मान्यता हैं।"आनंदविश्व सहेलगाह" ऐसे कुछ शब्द-विचार से प्रकट हुई हैं। मैं आनंदमन हूँ मुझ से कोई...
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Monday, February 6, 2023

The Dreamers.
February 06, 2023 2 Comments
 The Dreamers can change the world. I'm definitely believe and you ??आशाएं-उम्मीदें-सपनें- पागलपन ये सब एक ही दिशा में दौडने की बात करते हैं। कितना बडा विश्व और कितने सारे लोग ?!! सबके अलग सपनें और सबकी अपनी दौड, सबका अपना-अपना पागलपन !! वैसे तो पागलपन एक बिमारी कहलाती हैं। फिर भी पागलपन से ही क्रान्तियाँ हुई हैं। महान ईश्वर की अद्भुत योजना में मनुष्य के मन-मस्तिष्क के बारें में  No Repeat Theory कायम हैं। तुंडे तुंडे मतिर्भिन्न: यानि...
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FOCUS ON YOUR FUTURE..!

Rivers Never Go Reverse... So try to live like a river. Forget your past and FOCUS ON YOUR FUTURE..! A.P.J. Abdul Kalam.  नदियाँ कभी उल्टी ...

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