The hero of human being Heart.
🩶Truth 💙 Nonviolence 💜 LOVE.
बापू मात्र स्वतंत्रता के राहबर नहीं रहे हैं। बापू व्यक्ति जीवन के परिशोधन के राहबर हैं। देश को गुलामी से अवगत कराना सहज था। लेकिन मानसिक गुलामी से अवगत कराना दुष्कर था। व्यक्ति को व्यक्ति की मूल्य धारणा से परिचित करवाना कठिन था। मुझे अपने ही कार्य से प्रेम करवाना कठिन कार्य था। दूसरों लिए मेरे हृदय में करुणा स्थापित करना सबसे दुष्कर कर्म था। बापू ने मानव जीवन के सभी पहलूओं पर अपना सहज मत दीया हैं। लेकिन वो मत सहज न होकर सक्षम बनता गया हैं।
आज भी आल्बट आइन्स्टाइन के शब्द प्रस्तुत हैं, Generation to come will scarce believe that such a one as this ever in flesh and blood walked upon this earth. आनेवाली पीढ़ी शायद मानने को तैयार न होगी की येसी कोई मानवीय शख्सियत इस पृथ्वी पर जी चूकी होगी !!
बापू असामान्य हैं, असाधारण हैं। बापू इन्सान के रुप में मानव समाज के लिए आनेवाली सदियों के संदेशवाहक व मार्गदर्शक हैं। जीवनरीति के उद्घोषक बापू...!! प्राण- प्रकृति और प्रवृति की संवेदनशीलता हैं बापू...!!
आनंदविश्व सहेलगाह का बहतरीन पक्षधर बापू के जीवन मूल्य भी हैं। जो सत्य है वो ही सनातन है, शाश्वत भी...!! विश्व के बापू सत्यमूर्ति हैं इसलिए राहबर भी ओर हमसफ़र भी हैं। चलें बापू के वैचारिक मार्ग पर। भरपूर जीये बापू की सम्यक जीवनद्रष्टि को अपना कर।