The Golden star. 🌟 - Dr.Brieshkumar Chandrarav

Friday, April 26, 2024

The Golden star. 🌟

 Star is always Star.. why ?

पृथ्वी पर सोना आने की लाज़वाब घटना..!!

आज ब्लोग में पृथ्वी पर हुए सुखद अकस्मात की बात करता हूँ। मैं तो ईसे ईश्वरीय योजना का एक भाग ही कहता हूँ। प्रकृति में हुई कमाल की घटना पढें और आनंद करें।


क्या आपको पता हैं ? सोना पृथ्वी का है की नहीं। पृथ्वी पर सोना कहीं ओर से आया हैं। क्योंकि पृथ्वी की जियोलॉजि या पृथ्वी का नेचर गोल्ड के अनुरुप है ही नहीं। तो अब सवाल है, पृथ्वी पर सोना आया कहां से ? आज हम पृथ्वी पर जितना भी सोना देखते हैं, वो हमेशा से पृथ्वी उपर नहीं था। सोना दरअसल "सुपरनोवा न्यूक्लियर सिन्थेसिस" से बनता हैं। मतलब, मानो की जो पूरा सोना होता हैं, वो किसी मरे हुए तारे का मलबा होता हैं। पृथ्वी पर जो गोल्ड पाया जाता है, वो हमें अरबों साल पहेले हुई यानि की पृथ्वी की शुरुआत में ही हुई "उल्का वर्षा" meteorite rain के कारण मिला हैं। माना जाता है पृथ्वी पर जीतना भी गोल्ड है वो "डेमेज ओफ डेड स्टार" से आया हैं। बस, भौगोलिक घटना की बात बंध करता हूं। इससे अतिरिक्त जानकारी आप कहीं से भी ले सकते हैं। लेकिन मुझे जो कुछ अचंभित लगा वो बताता हूँ।

The gold is damage part of the dead star. मैं इसी बात को लेकर हैरान हुआ- अचंभित हुआ। तारें आखिर तारें होते हैं। "स्टार इज ऑलवेज स्टार" आसमान की बेशुमार खूबसूरती तारों से हैं। हजारों-लाखों किलोमीटर की दूरी पर होने के बावजूद हमें तेज दे रहे हैं। अपना है वो बाँट दिया अच्छी बात हैं। लेकिन जब सूरज का बेशुमार तेज होता हैं तब खूद शांत हो जाते हैं। घनघोर अंधेरो में प्रकाश बांटना, अंधेरी रात में अपनी जगमगाहट से पूरें ब्रह्मांड को ख़ूबसूरत बना देना। मुझे ये बहुत बडी बात लगती हैं। प्रकाश के बिंदुओं की तरह बिखरे हुए तारों की स्वयंप्रभा से कौन अनजान होगा भला !? पृथ्वी के सभी बच्चों का बचपन तारों की बारात में गुजरा हैं। चांद-तारों को देखने का पागलपन किसने नहीं किया होगा ? शायद पूरे संसार में येसा कोई नहीं होगा।

इससे भी आगे जो बडी बात लगी। वो हैं, मरने के बाद भी अपनी किमत को बरकरार रखना। है ना कमाल की बात ? इसी कारण शायद हम कोई प्रतिभासंपन्न व्यक्ति को "स्टार" कहते हैं। तारें जब कोई खगोलीय घटना के कारण टकराते हैं, आसमान में तेज लकीर दिखाई पडती हैं। कोई तारा गिरते हुए पृथ्वी पर आता हैं। उसे हम "उल्का" meteorite कहते हैं। उस उल्का का जमीन में समा जाना या बिखर जाना एक घटना हैं। बादमें वो टुकडा सोने के रुप में पाया जाता हैं। एक मृत तारा जलने के बाद भी एक अनमोल धातु में बदल जाता हैं। दुनिया की महंगी और पवित्र धातु सोना हैं। सोने की चमक तारों की तरह पृथ्वी पर अपना तेज बिखेरती हैं। कैसी अद्भुत घटना हैं ये !!

छोटे-से दिखने वालें तारों की ये बेहतरीन यात्रा हैं। तारें छोटे दिखते है मगर हैं नहीं। वो कितने बडे हैं इसका अंदाजा लगाना मुश्किल हैं। मगर उसकी चकाचौंध कभी खत्म नहीं होती इतना मुझे समझ में आया हैं। आज मुझे इसका कारण भी बखूबी समझ में आया हैं।

स्वयंप्रकाशित भी तभी रहेंगे...जब तेज को बांटना सीखेंगे। किसी के तेज से खिलवाड करने का अंजाम, उनसे पूछो जो धूल की मुट्ठीओं भरे पूरा जीवन एसे ही व्यतीत करते हैं। जैसे कोई कुत्ता बैलगाड़ी के नीचे चलकर खूद एहसास में जीता हैं, मैं ये बैलगाड़ी चला रहा हूं। "शर्कट का भार श्वान कैसे तान-खींच सकता हैं भाई ?
STARS तारें-सितारें-स्टार...आसमान में भी तेजोमय और धरती पर भी तेजोमय !!

आपका ThoughtBird. 🐣
Dr.Brijeshkumar Chandrarav
Gandhinagar, Gujarat.
INDIA.
dr.brij59@gmail.com
9428312234


2 comments:

Thanks 👏 to read blog.I'm very grateful to YOU.

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