For me, life is not about what you do,
Itis all about how you do it.
SADGURU.
मेरे लिए जीवन इस बारे में नहीं है कि आप क्या करते हैं।
यह इस बारे में है कि आप इसे कैसे करते हैं।
जीवन ख़ूबसूरत अंदाज से जीने का उत्कृष्ठ समय हैं। जीवन के बारें में शानदार समझ को विकसित करना और उत्तम तरीके से जीना यही सच हैं। जीवन जन्म से लेकर मृत्यु तक चलनेवाली प्रक्रिया हैं। इस प्रक्रिया में या इस समय के फासले में बहुत कुछ करना होगा। जीवन में निर्धारित और अनिर्धारित कईं पहलू आएंगे। चाही-अनचाही घटनाओं से गुजरना पड़ेगा। सफलता-असफलताओं के बीच जीवन को बहेतरीन मोड़ देना होगा। जीवन निरंतर चलती रहती अनुभवो की कथा हैं। जब तक शरीर में प्राण हैं तब तक ये चलनेवाली भी हैं।
जीवन सबके पास होता हैं। इसके लिए कोई विशिष्ट प्रयास की कतई आवश्यकता नहीं हैं। लेकिन जीवन की बेहतर प्रस्तुती के लिए प्रयास आवश्यक हैं। उदाहरण के तौर पर थोड़ा समझने का प्रयास करते हैं। एक मूर्तिकार हैं, वो अपनी कला से और धैर्यपूर्वक पत्थर में से मूर्ति को अंजाम देता हैं। अपनी शक्ति एक जगह केन्द्रित कर लेता हैं। और बाद में वहाँ अद्भुत का संचरण होता हैं। हम सब मनुष्य हैं लेकिन हममें से मूर्तिकार कोई एक-दो हैं। ध्यान का केन्द्रित होना ही ये कमाल के पीछे का कारण हैं।
ऐसी कईं कलाएं हैं जिसे देखकर हम कह उठते हैं... "बहुत बढ़िया ! आप ये कैसे कर लेते हो भाई..?" सद्गुरु इसे जीवन की उत्कृष्टता कहते हैं। उनकी समझ एकदम सटीक हैं। हमारी बुद्धि को स्पर्शने वाली भी हैं। एक और बात मेरे ध्यान में आती हैं। यहाँ प्रस्तुत करने योग्य भी हैं। मैंने एक मित्र को बिलोरी कांच, मैग्नीफाइंग ग्लास जीसे हिंदी में आवर्धक काँच या विशालक लेन्स कहते हैं, मैंने इसके बारे में पूछा था।
उन्होंने बताया ; "यह लेन्स छोटी वस्तु को बड़ा दिखाता हैं। दूसरा आवर्धक काँच का उपयोग किसी वस्तु को ज़ूम करने या उसके विवरण को स्पष्ट करने के लिए भी किया जाता है।"
मैंने मेरा एक जवाब इनमें जोड़ा : "यह कांच प्रकाश की किरणो को केंद्रित करता हैं। साथ वो केन्द्रित किरणो से आग जलाने के लिए भी इनका उपयोग किया जाता हैं।"
बात दिलचस्प हैं। हमारे जीवन को भी स्पर्श करनेवाली हैं। जैसे हवा, तेज-प्रकाश, जल-जमीन,पेड़ पौधे नदी पर्वत सब जगह पर हैं। लेकिन जहां है वहाँ अपना केन्द्रित कार्य करते हैं। ये प्रकृति के जीवंत उदाहरण हैं। हमें इनमें से ही जीवन मिलता हैं। हमें इनमें से अपने खुद को ढूंढ निकालना हैं। सुंदर आकारित और तेजोमय जीवन ढूंढना हैं। शायद सद्गुरु हमें यही संदेश देना चाहते हैं।
जीवन में कुछ सकारण भी होना चाहिए। बात थोड़ी बडी हैं। लेकिन जीवन भी कहाँ छोटा हैं..!? ईश्वर अपने सभी जीवों की केन्द्रता बढ़ाकर कुछ बेहतरीन आकारित करना चाहते हैं। मुझे इसमें कतई संदेह नहीं हैं।
आपका Thoughtbird 🐣
Dr.Brijeshkumar Chandrarav
Modasa, Aravalli.
Gujarat. INDIA
drbrijeshkumar.org
dr.brij59@gmail.com
+91 9428312234.
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुत किया गया है ए आर्टिकल क्युकी काच मे जो शक्ती दिखाई गई है वो शक्ति मनुष्यो में होना चाहिए जैसा मे समझता हूं
ReplyDeleteप्लिज आपका नाम लिखे...धन्यवाद
Deleteहमारा जीवन भी कांच जैसा है इसलिए कांच और हमारा जीवन कई तरह से जुड़ा हुआ है कांच का उपयोग घर की सजावट में किया जा सकता है, जैसे कि फूलदान, शोपीस और अन्य सजावटी वस्तुओं में कांच की सुंदरता और आकर्षण हमारे घरों को और भी आकर्षक बना सकते है
ReplyDeleteकांच भारतीय कला और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है कांच का निर्माण हस्तशिल्प का एक अद्भुत उदाहरण है
कांच उद्योग कई लोगों को रोजगार प्रदान करता है
कांच उद्योग आर्थिक विकास में योगदान कर रहा है कांच की वस्तुएं एक अच्छा उपहार विकल्प हो सकती हैं
कांच की वस्तुएं संग्रहणीय हो सकती हैं और उनका मूल्य समय के साथ बढ़ सकता है
कांच हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसकी सुंदरता, कला और संस्कृति हमें आकर्षित करती है।
बहुत बड़ी कमेंट...आनंद हुआ। लेकिन आपका नाम कमेंट में लिखे।
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