The women has Covered internal strength.
शक्ति पर्व की बधाई के साथ विभूता वैभव की बात.!!
भारतवर्ष अनादिकाल से ही शक्ति पूजक रहा हैं। युगों से दैवीय गुणसंपदा का आराधक रहा हैं। स्त्री को सम्मानित दृष्टिकोण से स्वीकारना भारत वर्ष के मूल संस्कारों में से एक हैं। एक की समर्पिता से दूसरें का संरक्षणी भाव सहज ही प्रकट होता हैं। स्त्री का मूल स्वभाव ही समर्पिता हैं। इसलिए सहज ही पुरुष में संरक्षण भाव प्रकट होने की शक्यता बढ़ जाएगी। ये स्वाभाविक मत हैं। इसे प्रकृतिगत सिद्धांत भी कहे तो भी गलत न होगा।
भारतवर्ष का सबसे बडा पर्व नवरात्र हैं। नौ दिन तक चलने वाला विश्व का ये सबसे लंबा पर्व हैं। ये उपासना पर्व भी हैं। स्त्री का सन्मान पर्व हैं। ओर गुणपूजा का भी पर्व हैं। साथ-साथ जीवसृजना मातृत्व के प्रति अहोभाव प्रकट करने का उत्सव हैं। ईश्वरीय सृजन परंपरा के दृश्य अस्तित्व के रूप में स्त्रीशक्ति आधार की स्वीकारोक्ति का उत्सव हैं। भारतवर्ष येसी महान परंपरा का वाहक हैं,उसका गौरव महसूस करने का भी ये उत्सव हैं।
आज विश्व में women equality, women empowerment जैसी बातें बडी जोरों से हो रही हैं। समानता और सशक्तिकरण के नाम पर स्त्री की आंतरिक सक्षमता को हम नकार रहें हैं। स्त्री स्त्री हैं। वो अपने आप एक शक्ति हैं। उसको मुकाबले में घसीटने से क्या लाभ ? पुरुष की सक्षमता से जोडकर हम क्या साबित करना चाहते हैं ? मात्र आर्थिक भौतिक क्षमता पर ही स्त्री की सक्षमता होगी क्या ? येसा बिलकुल नहीं हो सकता। ईश्वर की निर्मिति के बारें में विचार करें तो सभी की एहमियत अपनी अपनी जगह योग्यतम लगेगी। बौद्धिक रूप से हमने कई ख़यालात को अकारण ही विकसित किये हैं। और उसके कारण समस्याएँ भी सहज खडी हो जाती हैं। ईस हल्लाबोल में सुकुन की सांसे गुम हो जाती हैं। अद्भुत जीवन कहीं खो जाता हैं। फिर उत्सव की तो बात ही कहां ?
माँ जगत जननी के आराधन से ये पूज्यभाव सहज प्रकट होगा। Goddess is goodness.आनंदविश्व सहेलगाह के साथ हम महसूस करते चलें...! दैवीय दैदीप्य के आकार में सजी हुई हरेक स्त्री के सन्मान की अद्भुत प्राकृतिक अनुभूति में आनंद सहेलगाह करें। कुदरत की अनराधार खुशी इसमें होगी क्या ? मुझे तो पता नहीं...मैनें तो बस छेड दी बात...शायद आप बहतर जानते होगें।
Wishing 🤞 Goddess blessings. 🙌
Your ThoughtBird
Dr.Brijeshkumar Chandrarav
Gandhinagar, Gujarat.
INDIA
dr.brij59@gmail.com
09428312234.
પશ્ચિમની નારીવાદી ચળવળનું ભારતના સંદર્ભમાં કોઈ મૂલ્ય નથી એ વિચાર સરસ રીતે રજૂ કરવા માટે અભિનંદન અભિનંદન
ReplyDeleteસ્ત્રી કે નારી શક્તિ પોતે જ વિશ્વ શક્તિ છે એને પુરૂષ ની સાપેક્ષ માં સમાનતા અને સશક્તિકરણ જેવા અભિયાન ચલાવાય તો ક્યાંક ચુક્યા છીએ એ સાબિત થાય.
ReplyDeleteआपका नाम लिखेंगे तो आनंद ज्यादा होगा।
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