December 2022 - Dr.Brieshkumar Chandrarav

Thursday, December 29, 2022

 📸  PHOTO GALLERY.
December 29, 20220 Comments
                                                                                                                             ...
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The GOD'S Imagination.
December 29, 20220 Comments
ईश्वर के अलौकिक सत्य की हम कल्पना ही कर सकते हैं। विश्व में यही संदेश कायम हैं। अद्भूत, अदृश्य ईश्वर की रंगत !! संभव संयोग की ईश्वर निर्मित सृष्टि हैं। आधारभूत कुछ भी न होने के बावजूद मानवमन श्रद्धेय रहा हैं। और इसी श्रद्धा के बल से काफी कुछ प्राप्त भी होता हैं। जीवन को आशावंत और शक्यताओं से भरा देखने वाले मानवों ने दुनिया को बेहतरीन बनाने मे काफी योगदान दीया हैं। ईश्वर अदृश्य होकर भी दृश्य सपने साकार करवाता हैं। इसे हम सफलताएँ और प्राप्ति के नाम...
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Monday, December 26, 2022

परम पूज्य प्रमुख स्वामी  बापा का जन्म शतानंद उत्सव।💐
December 26, 2022 2 Comments
 अद्भूत- अद्वितीय-अकल्पनीय- अविस्मरणीय ..!! परम पूज्य प्रमुख स्वामीबापा का जन्म शताब्दी महोत्सव।ईश्वर की निर्मिति १९२१ में प्रमुख स्वामी के रुप में एक अद्भुत महामानव का निर्माण करती हैं। अकल्पनीय सेवाभाव से भरें स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रमुख संत के रुप में कार्य करने वाले अलौकिक शक्ति पुरुष का अवतरण हुआ। ईश्वर की मर्जी से अपना कार्य बखूबी निभाने वाले प्रमुखस्वामीजी ने अकल्पनीय नेतृत्व स्थापित किया। पूरे विश्व में एक हजार से ज्यादा मंदिरों...
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Saturday, December 24, 2022

MY CHARACTERISM.
December 24, 20220 Comments
👦 मेरे जीवन पर एक पुस्तक !मान. डॉ दिपकभाई काशीपूरिया जी ने बडे स्नेह से मेरा कैरेक्टर लिखा हैं। उनका सदैव ऋणानुबंध मेरे जीवन की अमूल्य संपदा हैं।    "खिण से शिखर तरफ का प्रवासी" डॉ. ब्रिजेशकुमार बडे आनंद से मैं उनका ॠण स्वीकार करता हूं। आनंदविश्व की सहलगाह में मुझे बडा आनंद देने वाली घटना...!!&nbs...
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Thursday, December 22, 2022

December 22, 2022 2 Comments
आनंदविश्व की सहलगाह को बहतरीन मोड देने के लिए चलों आसमान से बातें करे !!आनंद होता हैं। सबके मन को हृदय को स्पर्श करने वालें शब्दों को जोडने का कार्य करते करते..!! आनंदविश्व की वैचारिक परिकल्पना के लिए कुछ विचार जोडने का कार्य करते करते..!! ईश्वरीय संभावनाए निहित है एवं निश्चित भी हैं। उसकी थोडी बहुत अनुभूति करके शायद ईश्वर को पसंद आए येसे विचार का निर्वहन कर्तव्य बजा रहा हूं।ईश्वर के अलौकिक स्पर्श को अनुभूत करने का सबसे सरल और बेहतरीन उपाय प्रकृति...
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Wednesday, December 21, 2022

👨‍🎓 ACHIEVEMENTS.
December 21, 2022 5 Comments
 👨‍🎓 P.T.C. For Teacher eligibility since 1998.👨‍🎓 B.A. (Bachelor of Arts) Since 2000👨‍🎓 M.A.( Master of Arts) Since 2002👨‍🎓 B.Ed (Bachelor of Education) Since 2004👨‍🎓 M.Ed (Master of Education) Since 2013👨‍🎓 N.E.T (National Eligibility Test for Professor) Since 2004👨‍🎓 PH.D (Doctor of Philosophy in Litterateur) Since 2006👨‍🎓 GPSC 1. Educational Director Class1 Written.       ...
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Tuesday, December 20, 2022

December 20, 20220 Comments
           प्रेमशक्ति ही विकसित होने का एक मात्र मार्ग हैं।        ईश्वर स्वयं प्रेम स्वरुपा हैं। ईश्वर प्रेम के बीज का सृजन कर्ता हैं।          जन्म का आधार ईश्वर हैं। जीवन का आधार ईश्वर हैं। झड़- चेतन का आधार ईश्वर हैं। विश्व की सारी शक्तियों का नियमन इश्वर तत्व के  आधिन हैं। निमित्त रूप हम सब उसकी निर्वहन कला की वस्तुओं के रुप में हैं। जीवित हैं, बुद्धि से भरें...
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Sunday, December 18, 2022

ईश्वर की सृष्टि में सहज कर्म ही सराहनीय हैं ...!!
December 18, 20220 Comments
ईश्वर की सृष्टि में सहज कर्म ही सराहनीय हैं।बच्चे सहजता के सर्वोच्च शिखर हैं। 🧚‍♂️🧚‍♀️🧚हम बच्चों को ईश्वर का रुप मानते हैं। जब वो ही बच्चा बडा होता हैं तो दुनिया की सारी बुराई झेलने वाला बन जाता हैं। बच्चों की सहज हरकतों  से हम खुश हो जाते हैं। क्योंकि बच्चों का वर्तन सहज हैं। उनकी आंखो में, उनके चहरें पे मासूमियत छलकती हैं। दुनिया में कोई भी व्यक्ति येसा नहीं होगा जिनको बच्चें पसंद नहीं होते। अगर ऐसा होता हैं तो वो इन्सान नहीं होगा। ...
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Friday, December 16, 2022

प्रेममय ईश्वरीय संभावनाए !!
December 16, 20221 Comments
 प्रेमशक्ति का महान स्रोत ईश्वर ही हैं  !! 💕 युवाशक्ति को शब्दशक्ति- विचारशक्ति और प्रेमशक्ति से कैसे भर सकते हैं ?!! आनंदविश्व की वैचारिक परंपरा में हम चलते जा रहे हैं। अच्छे विचारों  की कुछ न कुछ असर होती हैं । विचार शब्द का प्रगट स्वरूप हैं। शब्द की भी आराधना व साधना होती हैं। विश्व की कई भाषा सिखने के बाद उसके साथ प्रकटीकरण - प्रस्तुतीकरण का काम लेना पडता हैं। ईश्वर ने दी हुई बुद्धि से उसका आकलन करना पडता हैं। मनुष्य के रूप में...
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Tuesday, December 13, 2022

God is Bigger...!! ☺️
December 13, 2022 2 Comments
ईश्वर महान हैं ।ईश्वरीय शक्ति के अमोघ शास्त्र को समझना मुश्किल हैं, लेकिन महसूस करना संभव हैं। ईश्वर की रंगत उसकी अद्भुत प्राकृतिक पूर्णता का हरदम स्विकार ही आनन्द हैं।विचार-कल्पना-समस्या-पीडाओं से उपर उठकर ईश्वर की संभावनाओं पर विचार करना चाहिए। मैं अभी जो कर्म कर रहा हूं, थोड़ी देर बाद  आपकी आंखो के सामने ओर आपकी मन-मस्तिष्क में आनंद कल्पना बन जायेगी। ये विचार व्यापार की घटना घटित हुई उसके नियमन में भी लिखाई-पढाई और विचार संक्रमण प्रक्रिया ...
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Sunday, December 11, 2022

वैश्विक युवाकाल की प्रेमशक्ति ईश्वरीय वरदान !!
December 11, 20220 Comments
      वैश्विक युवाकाल की प्रेमशक्ति ईश्वरीय वरदान !!                     हम ईश्वरीय शक्ति व नितांत आनन्द की बात करते कुछ वैचारिक कदम चल रहे हैं। में लिख रहा हूं आप पढ़कर एकात्म विचार कल्पना के साक्षी बन रहे हैं। ईश्वर ही विचार का जन्मदाता हैं। वैश्विक स्तर पर युवाओं को विजातीय आकर्षण केंद्र के रूप में सब देखते हैं। इस आकर्षण को ईश्वरीय स्पर्श है क्या ? उम्मीद-साथ-पागलपन...
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Friday, December 9, 2022

ईश्वरीय ब्रम्हाण्ड में पहले से ही सब मोजूद हैं।
December 09, 20220 Comments
 सारा ब्रह्माण्ड ईश्वर की ही निर्मिति हैं - वो हर कण में पहले से ही मोजूद होगा  !! ईश्वर की सृष्टि में जन्म देने की प्राकृतिक व नैसर्गिक प्रक्रिया के हम निमित्त मात्र हैं। ईश्वर की बनाई  ब्रह्माण्डिय गतिविधि निरंतर व निश्चित है। उसमें पहले से ही तय हुई नियमन ओर व्यवस्था हैं। नया आविष्कार करने की मात्र संभावनाएं हमें खोजनी होंगी। ईश्वर की ओर से सब मोजूद हैं। मनुष्य के रूप में हमारा प्रयास ही बहतरीन मार्ग के लिए पर्याप्त हैं। इसीलिए...
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Tuesday, December 6, 2022

ईश्वरीय शक्ति वास्तविक व पूर्ण होती हैं।
December 06, 20220 Comments
ईश्वरीय शक्ति वास्तविक व पूर्ण होती हैं !!ईश्वर पूर्ण भी हैं। ईश्वर वास्तविक भी हैं। हमारी दुनिया में ये स्थिति समय के आधार पर अलग महसूस होती हैं। कभी वास्तविकता से हमें खूशी मिलती हैं। कभी पूर्णता से आनंद मिलता हैं। मनुष्य के रूप में हमें इन दोनों में स्थितप्रज्ञा से ही जीवन जीना होगा। वैसे तो हम Perfection ओर Reality में सबसे बहतर क्या ?? इसकी उलझन में ही अपना जीवन पसार कर देते हैं। जो ईश्वर का सृजन हैं उसका पूर्णतः स्विकार करना, इसमें हम...
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Sunday, December 4, 2022

विचार ईश्वर का ही करीश्मा हैं ...!!
December 04, 20220 Comments
विचार ईश्वर का ही करिश्मा हैं  !!सारे संसार में ईश्वर ने मनुष्य को विचार करने की क्षमता दी है। इस विचार प्रक्रिया के कारण मनुष्य ने उसका प्रकटीकरण भाषा के जरिए किया है। विश्व में इसी सिध्दांत से अनेकों भाषाओं का संवर्धन व प्रसरण हुआ। ओर इस माध्यम से मानव संस्कृति की विकासमान बौद्धिक परंपरा अस्तित्व में आई। विश्व में फैली हुई मानव जीवन की ये क्षमता़ओं ने उत्क्रमित हो कर अनेकों संसाधनों के आविष्कार कीये। फिर से मैं याद दिलाता हूँ कि विचार ही...
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Rivers Never Go Reverse... So try to live like a river. Forget your past and FOCUS ON YOUR FUTURE..! A.P.J. Abdul Kalam.  नदियाँ कभी उल्टी ...

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