July 2023 - Dr.Brieshkumar Chandrarav

Thursday, July 27, 2023

Humanity is wealth of  THE WORLD 🌎
July 27, 2023 3 Comments
 The Great plato says, Human behavior flows from three main sources: Desire, Emotion and knowledge. अभिलाष, संवेदन और ज्ञान ही मनुष्य वर्तन के मूलभूत स्रोत हैं। नये नये विषय पर चिंतन करना, कुछ नये शब्द और विचार से अचंभित हो-कर सतत सोचते रहना ब्लोग के कारण संभव हुआ। सोशल साइट्स-मिडिया के कारण जान-पहचान वालें साथ अनजान भी मुझे पढते हैं इसके आनंद से लिखना जरुरी हो गया...!Thanks to all my Great Readers.द ग्रेट प्लेटो जो ग्रिक फिलसूफ थे। उनकी अप्रतिम...
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Sunday, July 23, 2023

Excellency should become HABIT.
July 23, 20230 Comments
 "We are what we repeatedly do. Excellence, then, is not an act, BUT A HABIT......!" Aristotle. निरंतरता सफलता का मूलमंत्र हैं। ग्रीक फिलसूफ द ग्रेट ऐरीस्टोटल का ये प्रसिद्ध क्वाॅट हैं। हम जो निरंतर करते हैं, वो कार्य निपूर्णता के साथ आदत में परिणमित हो तो कैसा ? जिन लोगों ने अपने अपने क्षेत्रों में जो विशिष्ट कारनामें किए हैं वो येसे ही नहीं हुए। उन लोंगों की सोच में कुछ अनोखे किस्म के केमिकल्स पैदा होते हैं। उनका काम एक धून से, कुछ आराधना...
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Tuesday, July 18, 2023

Reletions and Emotions live in each other.
July 18, 2023 5 Comments
 रिश्ते-संबंध संवेदना के आधार पर ही जीवंत हैं...! दमदार जीना है तो रिश्ते भी दमदार बनानें होंगे। "कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते लेकिन जिंदगी को अमीर जरूर बना देते हैं" पढते ही कुछ अच्छा लगा !!  एक हिन्दी आल्बम सोंग कई दिनों से मुझे अपना विषय दे कर कुछ लिखवाना चाहता था। फिर क्या..? संवेदना की बात लिखनी ही पडी..! "बधाई हो बधाई" का पामेला जैन के द्वारा गाई हुई दमदार सोंग की कुछ पंक्तियाँ...आपके लिए !! दिलों के मोहल्ले जा के, तेरी मेरी बातें...
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Wednesday, July 12, 2023

THE NATIONALISM going with NATURALISM.
July 12, 2023 4 Comments
 राष्ट्रवाद और प्रकृतिवाद में साम्यता हैं क्य़ा ? मनुष्य के लिए राष्ट्रीयता प्राकृतिक होनी चाहिए ! अनुराग में जीना ही सभ्यता हैं !मनुष्य जीतना सुसंस्कृत हुआ उतनी समस्याएं पैदा हो गई। मनुष्य की एकाकी सफर (आदिमानव वाली) सामुदायिक होती गई....साथ न जाने कितने वर्गभेद में बंटती गई। हमने ही समूह में जीना पसंद किया, हमने ही परिवार की संकल्पना आकारित की हैं। हमने राष्ट्र बनाकर सीमाओं के दायरे भी खींचे हैं। हमने ही पारस्परिक साथ वाला जीवन पसंद किया।...
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Friday, July 7, 2023

The LIFE is a journey of miracle.
July 07, 2023 2 Comments
 जीवन संभावनाओं से भरी यात्रा हैं !! हररोज नयें...छोटे छोटे चमत्कारों से भरी अद्भुत सहेलगाह!विशाल धरती, विशाल समुद्र और विशालता का दृश्यमान अस्तित्व आकाश- आसमान...! असीमित संभावनाएँ उनके पास होती हैं, जो विशाल हैं। असीमित-अनंत होता हैं, वो ही तो ईश्वर हैं। ईश्वर अदृश्य हैं येसा हम समझते हैं लेकिन ईश्वर दृश्यमान भी हैं।जो दृश्य हमें आनंद देता हैं, उसे देखकर ही सूकून मिलता हैं, कुछ अद्भुत महसूसी का मंजर आकारित होता हैं। दिल की धड़कने संगीत बन...
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Monday, July 3, 2023

The GURU is strength of learners.
July 03, 2023 2 Comments
 असमर्थता को समर्थता में बदल दें, अस्तित्व की मूल चेतना को प्रकाशमान करें, प्रकृतिक संबंध की ओर....! मन के संवर्धन की ओर !! वैयक्तिक दृष्टि निर्माण करें वो सद्गुरु हैं।भारतवर्ष परंपराओं के निर्वहन का देश हैं। यहां अनादिकाल से कईं परंपराएँ स्थापित हो चुकी हैं। शाश्वती का अनुसरण आज भी होता जा रहा हैं। "गुरुपूर्णिमा" एक ऐसा ही सनातन उत्सव हैं। ज्ञान गौरव की आनंद क्षण हैं। भारतीय संस्कृति का मूल तत्व शिक्षा हैं। शिक्षा ही परंपरा का निर्माण...
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FOCUS ON YOUR FUTURE..!

Rivers Never Go Reverse... So try to live like a river. Forget your past and FOCUS ON YOUR FUTURE..! A.P.J. Abdul Kalam.  नदियाँ कभी उल्टी ...

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