February 2024 - Dr.Brieshkumar Chandrarav

Wednesday, February 28, 2024

The journey of love..Story of Narcissis..!
February 28, 2024 3 Comments
 अजायब दुनिया की बहतरीन...सफर ! 'स्व' से 'स्वाहा' तक की सफर प्रेम हैं..! Love is a journey of discovering ourselves in another person and creating a beautiful story together. प्रेम एक सफर है...खुद को दूसरें व्यक्ति में खोजना और दोनों की एक सुंदर कहानी का आकारित होना। बहुत ही सुंदर शब्दों ने यहां स्थान लिया हैं। उससे एक हमारे हृदय में अदृश्य-अतुलित भावसंपदा आकारित होती हैं। शब्द जब अच्छे विचारों का प्रवाह बन जाए...तब एक शक्ति का संचरण निर्माण...
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Sunday, February 18, 2024

Dedication for the nation.
February 18, 20240 Comments
परम पूज्य गुरुजी यानी....राष्ट्राय स्वाहा ! माधव सदाशिव गोलवलकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के यज्ञपुरुष! संघ स्थापक पू. डॉक्टर साहब और पू.गुरुजी की पहेली मुलाकात लिख रहा हूँ। संवाद में छीपे संवेदन को देखे। डॉ हेडगेवारज़ी ने गुरुजी से पूछा; क्या कर रहे हैं ? उत्तर मिला- साधना ! काहे के लिए ? मोक्ष के लिए ! "बड़ा अच्छा विचार है, पर एक बात बताइए कि आप मोक्ष का सुख प्राप्त करने की तैयारी में हैं, यदि तुरंत आपके सामने हजारों लोग नर्क के कुंड में गिर...
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Friday, February 16, 2024

Only the spring..?
February 16, 20241 Comments
जीवन में ठहरे हर पतझड़ का बस अंत हो..! केवल वसंत हो !! Life finds a way and nature helps always. एक पडाव से दूसरें पडाव की और जाना, एक स्थिति से दूसरी स्थिति में प्रवेश करना, एक अनुभव से दूसरें अनुभव तक पहुँचना ये सब एक ही बातें हैं। पतझड के बाद बसंत..! प्रकृति का एक अनमोल बदलाव हैं। जैसे प्रकृति की अनवरत गति हैं वैसे हमारे जीवन की भी गति हैं। प्रकृति और जीवन का संबंध हैं की वो हमें हमेशा मददरूप रहती हैं। कैसे मदद करती है प्रकृति ? प्रकृति...
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Tuesday, February 13, 2024

वसंत पंचमी ! The spring time.
February 13, 20240 Comments
आज बधाई हैं..!खुशबू की रानी आई हैं, वन उपवन में बहार लाई है।हरएक पन्नों में हरियाली छाई हैं। फिर एक बार पलाश के वृक्षों ने रंग सजाएँ हैं। मिलने-मिलाने की ऋतु, प्रकृतिक एकरूपता की अद्भुत बेला..! वसंत आई हैं..हां बेशुमार आनंद के साथ !! वसंत के बारें में काफी कुछ लिखा गया हैं। वसंत की प्राकृतिक असरों से लेकर, वसंत की मादकता पर भी काफी कुछ लिखा गया हैं। कविता- कथा से लेकर नाटक और उपन्यास भी लिखें गए हैं। भारत के संस्कृत कविओंने ऋतुकाव्य का...
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Wednesday, February 7, 2024

THE EPICTETUS.
February 07, 20240 Comments
 No great thing is Created Suddenly...! कोई भी महान चीज अचानक नहीं बनती...! एपिक्टेटस हेलेनी काल के एक युनानी दार्शनिक थे। वह हिरापोलिस फ्रिगिया में सन् 50 ईस्वी में पैदा हुए थे। अपने निर्वासन तक रोम में रहे बादमें उत्तर पश्चिमी युनान के निकोपोलिस में रहने चले गए। ग्रीक में एपिक्टेटस शब्द का सीधा सा अर्थ हैं 'प्राप्त' या 'अर्जित'। एपिक्टेटस स्टोइजिज्म में अपने काम के लिए जाने जाते थे। स्टोइजिज्म निष्ठुरता और सहनशीलता के बीच एक समायोजन हैं।...
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Monday, February 5, 2024

WIN AND EXPERIENCE.
February 05, 2024 2 Comments
You stopped by success..! but your journey never stopped by failure..! जीत एक नशा हैं, जीत आनंद हैं। हार भी जीत बन जाय उसे अनुभव कहते हैं और ये सफर कभी रुकती नहीं। "जोखिम लेने से मत घबराएं क्योंकि जीत होगी तो आप दूसरों का नेतृत्व करेंगे और हार हुई तो मार्गदर्शन..!" भारत की आत्म जागृति के उद्घाता स्वामी विवेकानंद जी का ये दमदार क्वाॅट हैं। स्वामीजी जो कुछ बोले दहाड कर बोले हैं। भाषा में दम तभी आता है जब ह्रदय की आवाज में दम होता हैं। और जब दमवाली...
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FOCUS ON YOUR FUTURE..!

Rivers Never Go Reverse... So try to live like a river. Forget your past and FOCUS ON YOUR FUTURE..! A.P.J. Abdul Kalam.  नदियाँ कभी उल्टी ...

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